जयपुर: सीकर के पूर्व जिलाध्यक्ष व स्वभाव से बागी महेश शर्मा, पूरी तरह बग़ावत के मूड में आ गए हैं। टिकट वितरण से नाराज़ महेश शर्मा ने अपना इस्तीफ़ा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी को सौंपा। महेश शर्मा सीकर ज़िले में बेहद लोकप्रिय व संघ से जुड़ाव रखने वाले क़द्दावर शख़्सियत हैं। पूर्व में पत्रकारिता की कमान संभाल चुके हैं महेश शर्मा
ज़िले के युवाओं के बीच महेश शर्मा का काफ़ी प्रभाव है, सभी उनके स्वतंत्र विचारों के लिए काफ़ी सम्मान करते हैं। महेश शर्मा, घनश्याम तिवाड़ी के भी काफ़ी नज़दीकी समझे जाते हैं और उनका प्रोफ़ाइल भी तिवारी से काफ़ी मैच करता है। इन कारणों के चलते महेश शर्मा का तीसरे मोर्चे में शामिल होने की अटकलें जोरों पर है। अगर महेश शर्मा भारत वाहिनी पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो यह भाजपा के लिए चिंताजनक स्थिति होगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी के लिए वैसे ही घनश्याम तिवाड़ी को मनाकर लाने का ज़िम्मा था जो अब बढ़कर महेश शर्मा को भी भारत वाहिनी पार्टी में जाने से रोकने का बन गया होगा। प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद मदन लाल सैनी ने दावा किया था कि रूठों को मनाकर वो दोबारा भाजपा में ले आएंगे। कुछ दिन पहले मदन लाल सैनी की परेशानियों को बढ़ाते हुए उनके दामाद डॉ दुर्गाशंकर सैनी ने भी कोटा से स्वतंत्र चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर की थी
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