🔹आतंकियों ने मिलकर आर्मी को चुनौती दी थी और इस फ़ोटो को कश्मीर में हर जगह शेयर किया गया था। पाकिस्तान से पैसे लेकर पत्थरबाज़ी करते अराजक तत्वों इन आतंकवादियों को अपना रोल मॉडल मानते थे और उनके अनुसार फ़ोटो में दिखाई देने वाले पूरी आर्मी पर भारी पढ़ने वाले हैं। बुरहान वानी का हाफ़िज़ सईद के साथ टेलीफ़ोन वार्तालाप जारी करने के बाद से ही सब को समझ आ रहा था की ये पाकिस्तान के पैसे पर पलने वाले अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहे हैं।सबसे पहले बुरहान वानी को भारतीय सेना ने गोली से उड़ा दिया, जिसके बाद बाक़ी बचों में दशहत फैल गई और वह अपने आकाओं के सामने जाकर रोने लगे।
🔷राजनाथ सिंह ने खोले सेना के हाथ
इस चक्कर में कश्मीर कई महीने बंद रहा और केंद्रीय समिति को कश्मीर जाकर सरकार से बात करनी पड़ी इस चक्कर में कश्मीर कई महीने बंद रहा और केंद्रीय समिति को कश्मीर जाकर सरकार से बात करनी पड़ी जिसमें राजनाथ सिंह ने बताया कि अलगाववादी बातचीत करने को राज़ी नहीं है क्योंकि उनके पास बातचीत करने को कोई मुद्दा ही नहीं है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने वापस आने से पहले ही आर्मी को निर्देश दे दिए थे कि हर बात के लिए उन्हें पूछने की ज़रूरत नहीं है जहा ज़ों आतंकी मिले वहीं उसे उड़ा दो। तब से अब तक तस्वीर के एक एक मेम्बर को आर्मी ने जहाँ देखा वहीं उड़ा दिया। पाकिस्तानी टुकड़ों पर पलने वाले पत्थरबाज़ भी नाकाम साबित हुए।
सेना को ललकारना महंगा पड़ा, जहन्नुम पहुंचा दिये गए
🔷अभी कुछ ही समय पहले फोटो मे नौ नंबर पर दिखाई देने वाले आतंकवादी सद्दाम पद्दार को भी उड़ा दिया गया। इस फ़ोटो में एक आतंकवादी ने समर्पण कर दिया है और बाक़ियों की रूहें इस समय जहन्नुम में यही सोच रही होंगी कि किस मनहूस घड़ी में उन्होंने आर्मी के जवानों को ललकारा था।
🔷शेखावाटी में हर दूसरे घर में से कोई ना कोई सेना में मिल जाऐगा और देश में कहीं भी ऐसा ऑपरेशन हो, शेखावाटी के जाँबाज़ उसमें ज़रूर शामिल रहते हैं। आज़ादी के नारे लगाना और मासूमों पर हमला करना अलग बात है और सेना को ललकारना एक दम अलग बात है। उम्मीद है कि दोबारा से भारत के संविधान की रक्षा करने वाली सेना को ललकारने से पहले दुनिया का हर आतंकवादी संगठन इस तस्वीर को देखकर ख़ौफ़जदा होगा और अपनी औक़ात में रहेगा।
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