✳️धड़ाधड़ आतंकवादियों का सफ़ाया हो रहा है और साथ ही देशद्रोहियों को भी आतंकवादियों की मदद के लिए पत्थरबाज़ी करनी महँगी पड़ रही है। कुछ दिन पहले सेना ने आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान मदद को आय भाड़े के पत्थर बाजों को भी गोली से उड़ा दिया था जिसके बाद अलगाववादी संगठनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की खोखली धमकी दी थी मगर आर्मी चीफ़ ने साफ़ कर दिया कि बचे हुए आतंकवादियों को भी जल्द ही निपटा दिया जाएगा। जिसके बाद अलगाववादियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली और राजनीति के ज़रिये अपनी जान बचाने में लग गए।
✳️ आतंकवादियों की मदद को आऐ पत्थर बाजों को गोली से उड़ा देने के बाद अलगाववादियों और आतंकवादियों में ख़ौफ़ पैदा हो गया है और उन्होंने अपने अपने राजनेताओं द्वारा केन्द्रीय सरकार के ऊपर प्रेशर बनाने की कोशिश की है कि रमज़ान के दौरान आर्मी कोई भी गतिविधि न करें। भाजपा की सखी PDP ने केंद्रीय सरकार को पत्र लिखकर इस बारे में अटल बिहारी वाजपेयी के समय जैसी स्थिति बहाल करने की अपील की है और रमज़ान के दौरान घाटी में आर्मी द्वारा अपने एक्शन बंद करने की अपील की है।
✳️रमज़ान के बाद अमरनाथ यात्रा शुरू होगी
पिछले समय मे रमज़ान के दौरान तो आतंकवादियों की तरफ़ से भी शांति रही थी मगर उसके बाद अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकवादियों ने बस को निशाना बनाया था और तीर्थ यात्रियों को उड़ाने की कोशिश की थी। ऐसे में केवल एक धर्म विशेष के त्योहार के दौरान ही शांति की अपील करना संविधान के मुताबिक़ कितना सही है यह ये भाजपा और PDP ही बता सकते हैं।
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