इस वार्ता से पहले news चैनलों की हेडलाइन कुछ अलग हुआ करती थी जिसमें ज़्यादातर कंटेंट जन आंदोलन के ख़िलाफ़ दिखाया जाता था मगर इस विस्फोटक interview के बाद सभी news चैनलों अपनी हेडलाइन में तुरंत बदलाव किया और जन आक्रोश को तरजीह देने शुरू की।अगर यक़ीन न आए तो इस interview की तारीख़ और समय देख ले और बड़े बड़े news चैनलों की हेडलाइन इस तारीख़ से पहले और इस तारीख़ ke बाद की compare कर लें। सीकर times ने दिखा दिया एक छोटे शहर में हुई एक छोटी सी वार्ता भी राष्ट्रीय स्तर पर क्या बदलाव ला सकती है।
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