अभी सेवारत चिकित्सकों का आंदोलन ख़त्म हुआ ही था और ज़िंदगी पटरी पर लौट रही थी कि अचानक एक घटना जयपुर में घट गई है जिसके बाद सेवारत चिकित्सक फिर से बग़ावती तेवरों में दिख रहे हैं अभी अभी सीकर टाइम्स को प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार जयपुर में एक महिला सेवारत चिकित्सक Dr. आशा लता के साथ एक प्रशासनिक अधिकारी ने कथित रूप से दुर्व्यवहार किया है जिसका video बहुत तेज़ी से viral हो रहा है जहाँ महिला चिकित्सक आरोप लगाते दिख रही है कि कई महीनों से उसकी तनख़्वाह खाते में नहीं आई है, और उसके घर का ख़र्च चलना मुश्किल हो गया है साथ ही महिला चिकित्सक बता रही है कि वो नवें महीने की गर्भावस्था में है।
अगर ये घटना चिकित्सकों को वादाखिलाफी के नज़रिए में फिट होती नज़र आती है तो आने वाले समय में सीकर समेत पूरे राजस्थान में फिर पुरानी राह पकड़ सकती है | इस संधर्भ में जब हमने चिकित्सकों का पूरा पक्ष जानना चाहा तो अरिस्दा अध्यक्ष Dr. अजय चौधरी ने सीकर टाइम्स को एक WhatsApp भेजा है जिसे आप नीचे पढ़ ले
"अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ इस प्रकार के संवेदना शून्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश पारासर जिसके द्वारा कार्य स्थल पर गर्भवती महिला चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार किया गया है जो कि कार्यस्थल पर महिला कार्मिको के उत्पीड़न की श्रेणी में आता है के तत्काल निलम्बन की माँग करता है !!
अगर ये घटना चिकित्सकों को वादाखिलाफी के नज़रिए में फिट होती नज़र आती है तो आने वाले समय में सीकर समेत पूरे राजस्थान में फिर पुरानी राह पकड़ सकती है | इस संधर्भ में जब हमने चिकित्सकों का पूरा पक्ष जानना चाहा तो अरिस्दा अध्यक्ष Dr. अजय चौधरी ने सीकर टाइम्स को एक WhatsApp भेजा है जिसे आप नीचे पढ़ ले
"अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ इस प्रकार के संवेदना शून्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश पारासर जिसके द्वारा कार्य स्थल पर गर्भवती महिला चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार किया गया है जो कि कार्यस्थल पर महिला कार्मिको के उत्पीड़न की श्रेणी में आता है के तत्काल निलम्बन की माँग करता है !!
उल्लेखनिय है कि दिनांक १२.११.१७ को सेवारत चिकित्सकों के आंदोलन की समाप्ति पर संघ के साथ सरकार से हुए समझोते में इस अधिकारी को हटाने को लेकर लिखित सहमति सरकार द्वारा दी जा चुकी है किंतु ११ दिन बाद भी इन्हें नहीं हटाया गया है और यह अधिकारी चिकित्सकों को प्रताड़ित कर रहा है जो कि समझोते पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, इस से पूरे राज्य के चिकित्सकों में पुनः रोष व्याप्त हो चला है !!
डॉ अजय चौधरी
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