सात डाक्टर सीकर से, दो डाक्टर नीम का थाना से, एक रींगस से, एक श्रीमाधोपुर से, एक लक्ष्मण गढ़ से चुनाव वाली जगह के अस्पतालों में ट्रान्सफर कर दिए गए हैं | अभी कुछ दिन पहले नेता लोग डोक्टरों को ड्यूटी करना सिखा रहे थे और जनता की पीड़ा का हवाला दे रहे थे लेकिन अचानक अब उनके ध्यान में चुनाव वाली जगहों की जनता की पीड़ा ने अपना घर बना लिया है | लीजिये लिस्ट देखिये और ऊपर वाले को याद करिए जिससे आप बीमार न हों क्यूंकि बीमार होने पर निजी चिकित्सालय जाना पड़ सकता है या सरकारी चिकित्सालय पहुंचे तो डाक्टर साब नहीं मिलने पर ऊपर वाला ही आपको ठीक करेगा |
महत्वपूर्ण बात ये ही की जनाना अस्पताल से भी दो डोक्टर हटा लिए गए हैं जहाँ पहले से डोक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की भयंकर कमी चल रही है और अख़बार इन् खबरों से भरे पड़े हैं कि डॉक्टर नहीं होने पर मौतें हो रही हैं
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