खुश हो जाइए क्योंकि इंटरनेट अब चालू हो चुका है कई दिनों के इंतजार के बाद में इंटरनेट जैसे चालू हुआ पूरे के पूरे सीकर में हर कोई इंटरनेट की स्पीड खींचने में लग गया है
इस वजह से इंटरनेट काफी धीमा चल रहा है और सभी को परेशानी आ रही है मगर शाम 10:00 बसते बसते जब सभी लोग अपनी-अपनी ईमेल चेक कर चुके होंगे और Facebook प्रोफाइल पिक्चर बदल चुके होंगे उस समय तक इंटरनेट की स्पीड ठीक हो जाएगी
सभी सीकर वासी इस समय अपने अपने WhatsApp पर आए हजारों मैसेजेस को भी देखकर अचंभित हो रहे हैं कि किस को रिप्लाई करें और किस को रहने दे
कुछ लोग तो यह सोच रहे हैं कि अगर झगड़ा युवा करते हैं तो सिर्फ युवाओं का इंटरनेट बंद होना चाहिए बाकी सब को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए
शीतला चौक पर बैठे रामलाल यह कहते हैं की आखरी के 2 दिन जब वह जियो यूज नहीं कर पाए थे उस समय उनको बहुत परेशानी हुई क्योंकि उन्होंने अपनी दिनचर्या बना ली थी कि कम से कम 1 GB डाटा तो इस्तेमाल करना ही करना है अब जो कितने GB डाटा का नुकसान उनको हो गया है उसकी भरपाई कौन सी सरकार करेगी
इनदिनों पेट्रोल पंपों पर भी कई सारे परेशान लोग दिखाई दिए जिन्होंने पेट्रोल डलवाने के बाद में अपना कार्ड निकाल कर swap करने को बोला तो पेट्रोल पंप वाले ने बताया कि मशीन काम नहीं कर रही है और आपको नगद भुगतान ही करना पड़ेगा अब जिसके पास जेब में सो दो सो रुपए हो और उसने दो ढाई हजार रुपए का तेल अपनी गाड़ी में डलवा लिया हो तो भला उस पर क्या बीतेगी यह आप समझ सकते हैं
कम से कम सीकर वासियों को एक बात तो घर बैठे ही समझ आ गई कि जब भी वह बाहर निकलेंगे तो अपनी जेब में ATM कार्ड के अलावा कुछ पैसे भी लेकर ही निकलना पड़ेगा क्योंकि जो काम सीकर में हो सकता है वह कहीं और भी हो सकता है विशेष तौर पर खाने पीने की जगह पर जैसे ढाबे हो या रेस्टोरेंट
तो अगर आप भी यह खबर पढ़ रहे हैं और जानना चाहते हैं कि पिछले दिनों क्या-क्या खास खबर रही और कहां-कहां क्या क्या घटा तो सीकर टाइम्स की वेबसाइट पर जाइए और खबरों के साथ उम्दा वीडियो भी देखिए और अपने दोस्तों को भी दिखाएं क्योंकि सीकर टाइम्स पर मिलेगी आपको सिर्फ सीकर की खबरें
कुछ लोग तो यह सोच रहे हैं कि अगर झगड़ा युवा करते हैं तो सिर्फ युवाओं का इंटरनेट बंद होना चाहिए बाकी सब को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए
शीतला चौक पर बैठे रामलाल यह कहते हैं की आखरी के 2 दिन जब वह जियो यूज नहीं कर पाए थे उस समय उनको बहुत परेशानी हुई क्योंकि उन्होंने अपनी दिनचर्या बना ली थी कि कम से कम 1 GB डाटा तो इस्तेमाल करना ही करना है अब जो कितने GB डाटा का नुकसान उनको हो गया है उसकी भरपाई कौन सी सरकार करेगी
इनदिनों पेट्रोल पंपों पर भी कई सारे परेशान लोग दिखाई दिए जिन्होंने पेट्रोल डलवाने के बाद में अपना कार्ड निकाल कर swap करने को बोला तो पेट्रोल पंप वाले ने बताया कि मशीन काम नहीं कर रही है और आपको नगद भुगतान ही करना पड़ेगा अब जिसके पास जेब में सो दो सो रुपए हो और उसने दो ढाई हजार रुपए का तेल अपनी गाड़ी में डलवा लिया हो तो भला उस पर क्या बीतेगी यह आप समझ सकते हैं
कम से कम सीकर वासियों को एक बात तो घर बैठे ही समझ आ गई कि जब भी वह बाहर निकलेंगे तो अपनी जेब में ATM कार्ड के अलावा कुछ पैसे भी लेकर ही निकलना पड़ेगा क्योंकि जो काम सीकर में हो सकता है वह कहीं और भी हो सकता है विशेष तौर पर खाने पीने की जगह पर जैसे ढाबे हो या रेस्टोरेंट
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